आखिर, कब तक और भ्रष्टाचार का यह खेल चलता रहेगा?
आखिर, कब तक जनता परेशान होगी और भ्रष्टाचार का यह खेल चलता रहेगा? अब समय है कि उच्च अधिकारी नींद से जागें और चालान से लेकर अवैध स्टैंड हटाने तक, हर स्तर पर प्रभावी कदम उठाएं। डग्गामार वाहनों का बढ़ता साम्राज्य: मिर्जापुर में प्रशासनिक उदासीनता और भ्रष्टाचार का खेल प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने अपने कार्यालय में आयोजित एक बैठक में डग्गामार वाहनों के खिलाफ सतत अभियान चलाने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। यह कदम जाम की समस्या से निजात दिलाने और आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए उठाया गया है। लेकिन मिर्जापुर जनपद में ऐसी पहल क्यों नहीं दिखाई देती? आखिर कौन जिम्मेदार है कि मिर्जापुर में डग्गामार वाहनों का साम्राज्य बेरोकटोक पनप रहा है, और प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? यह स्थिति न केवल प्रशासनिक नाकामी को उजागर करती है, बल्कि भ्रष्टाचार के गहरे जाल की ओर भी इशारा करती है। डग्गामार वाहनों की समस्या और प्रशासन की चुप्पी मिर्जापुर जनपद में डग्गामार वाहनों का संचालन एक लाइलाज बीमारी बन चुका है। पक्का पुल, विंध्याचल शीतला मंदिर, पावर ह तालाब के पास, रीवा रोड, क...