जिंदा व्यक्ति की आंखें निकाल कर की दरदनाक हत्या?
- सामंतवादी गुंडों ने पुलिस संरक्षण में फर्रुखाबाद के कुशवाहा समाज के जिंदा व्यक्ति की आंखें निकाल कर की दरदनाक हत्या
- भाजपा के सुशील कुमार शाक्य विधायक एवं सपा के नवल किशोर शाक्य सपा नेता मौन
उमेश कुमार
कानपुर। कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी कल्याण एसोसिएशन के स्वतन्त्र सिंह कुशवाहा राष्ट्रीय सचिव एवं प्रभारी कानपुर मंडल ने उत्तर प्रदेश मे योगीराज के जंगलराज का एक और फर्रूखाबाद जिला के समाज के उत्पीड़न का नमूना खसामंतियों द्वारा कप्तान सिंह कुशवाहा की निर्मम तरीके से हत्या कर दी और आंखे तक फोड़ दी है।
यह धटना प्रशासन द्वारा दिए रहा है जब की इसी क्षेत का विधायक समाज का है औरसतापक्षका है फर्रुखाबाद जनपद अंतर्गत अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र के एक गांव गूजरपुर से एक रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है। यह गांव क्षेत्रीय भाजपा विधायक सुशील शाक्य का क्षेत्र है।
घटना के अनुसार, गांव निवासी कप्तान सिंह कुशवाहा, जो कि एक वरिष्ठ नागरिक थे, की आंखें फोड़कर नृशंस हत्या कर दी गई।
हत्या का तरीका इतना बर्बर था कि पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है। बताया जा रहा है कि हत्या को जातीय नफरत और सामाजिक दबदबे के तहत अंजाम दिया गया है।
घटना में शामिल आरोपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वजातीय समुदाय से हैं, जिससे पीड़ित पक्ष को न्याय मिलने में संदेह जताया जा रहा है।
परिवार और समाज की मांग है हत्या की निष्पक्ष सीबीआई जांच या न्यायिक जांच कराई जाए ताकि राजनीतिक दबाव से अलग सच्चाई सामने आ सके। दोषियों को फांसी की सज़ा मिले।
पीड़ित परिवार को 25 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी और सुरक्षा दी जाए। राजनीतिक चुप्पी. हृदयविदारक घटना पर भाजपा विधायक सुशील शाक्य की चुप्पी सवालों के घेरे में है।
न तो उन्होंने परिवार से संवेदना जताई और न ही किसी तरह की मदद की घोषणा की।
समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी लोकसभा नवल किशोर शाक्य भी अभी तक पीड़ित का हाल-चाल लेने नहीं आए हैं उपरोक्त स्थिति में समाज में राजनीतिक नेताओं की समाज विरोधी यां को लेकर आक्रोश प्राप्त है।
यह घटना न सिर्फ एक जघन्य अपराध है, बल्कि यह दर्शाती है कि आज भी समाज में जातीय अहंकार, सत्ता का दंभ और सामाजिक विषमता कितनी गहराई तक फैली हुई है।
समाज इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हो कुशवाहा समाज, सामाजिक संगठनों और विपक्षी दलों को इस पर गंभीर रुख अपनाना चाहिए।
सरकार को यह संदेश देना ज़रूरी है कि कोई भी अपराधी, चाहे वह किसी भी जाति, वर्ग या सत्ता से जुड़ा हो, कानून से ऊपर नहीं है।
कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी कल्याण संगठन ने घटना की निंदा करते हुए राष्ट्रीय सचिव श्री कुशवाहा ने पीड़ित व्यक्ति के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की है।
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