अधिकारियों के लिए मुसीबत बने मलिहाबाद की वैध एवं अवैध मंडी के व्यापारी?


  • विशिष्ट उपमंडी मलिहाबाद में पसरा सन्नाटा. 
  • अवैध मंडी में हो रहा करोड़ो का कारोबार.
लेखराम मौर्य
लखनऊ। पिछले 1 साल से मंडी परिषद द्वारा मलिहाबाद में करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई विशिष्ट नवीन उपमंडी को चलाने के लिए शासन स्तर तक कवायद की गई जिसका नतीजा यह हुआ कि कुल  निर्मित 76 दुकानों में से 60 से अधिक दुकानों का आवंटन भी हो गया। 
इस विशिष्ट मंडी में जिस तरह से अधिकारियों ने व्यापारियों को तरह-तरह के आश्वासन दिए और कई बार दुकान आवंटन और व्यवसाय संचालन नियमित रूप से हो इसके लिए मंडी परिषद द्वारा नियमों में ढील दी गई परंतु आज स्थिति यह है कि जिन व्यापारियों ने विशिष्ट उपमंडी में दुकाने ले ली हैं उनके पास दूसरी जगह व्यापार करने के लिए अब पूंजी नहीं बची है और बहुत से दुकानदारों ने कर्ज लेकर भी दुकानें आवंटित कार्रवाई हैं लेकिन आज एक भी किसान वहां आम बेचने के लिए नहीं जा रहा है जिससे वहां के व्यापारी उप जिलाधिकारी से लेकर आयुक्त लखनऊ मंडल तक ज्ञापन दे रहे हैं जिसमें उन्होंने अवैध अढ़तियों के खिलाफ कारवाई करने अथवा व्याज सहित उनकी धनराशि वापस करने की मांग की है। 
दूसरी ओर मलिहाबाद में हरदोई रोड के किनारे तिरपाल डालकर आम का व्यापार करने वाले लगभग 100 आढ़तियों के अध्यक्ष नसीम बेग ने कहा कि मंडी परिषद के अधिकारियों द्वारा उनकी मांगों पर आज तक गंभीरता पूर्वक विचार नहीं  किया गया जिसका नतीजा यह हुआ कि अभी तक विशिष्ट नवीन उप मंडी मलिहाबाद में बी और सी श्रेडी की दुकानों का निर्माण  नहीं कराया गया जिस कारण व्यापारी मंडी के बाहर आम का क्रय विक्रय कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मात्र तीन व्यापारी ऐसे हैं जिन्होंने नई मंडी में दुकानें आवंटित कराने के बावजूद हरदोई रोड के किनारे व्यवसाय कर रहे हैं शेष सभी आवंटी नए हैं। 
कमिश्नर के निर्देश पर उप जिला अधिकारी मलिहाबाद ने हरदोई रोड के व्यापारियों और मंडी सचिव के साथ बैठक कर नियमों के अनुसार ही काम करने की हिदायत दी। अब देखना है कि मंडी परिषद के अधिकारी विशिष्ट नवीन उप मंडी के व्यापारियों को किस तरह से संतुष्ट करते हैं या फिर उन्हें और कोई राहत दी जाएगी। 
मलिहाबाद स्थित विशिष्ट नवीन उपमंडी का निरीक्षण मंत्री से लेकर सभी स्तर के अधिकारी कर चुके हैं और उन्होंने लगातार मंडी को संचालित करने के निर्देश समय-समय पर दिए हैं उन्हीं निर्देशों के क्रम में किसी तरह दुकानों का आवंटन हो जाए इसी प्रयास में मंडी सचिव और उनके सहयोगी कर्मचारी लगे रहे तथा उच्च अधिकारियों के सामने निचले स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों की गर्दन बच जाए।

Comments

Popular posts from this blog

ग्राम प्रधान, सचिव और चार सदस्य मिलकर लूट रहे पंचायत का सरकारी धन?

सड़क पर जर्जर गाड़ियाँ और खुले में मरम्मत कार्य से जनता परेशान

हर नागरिक का सहयोग हमारा संबल है -सुषमा खर्कवाल