Posts

Showing posts from July, 2025

यह माटी मिलावटी है?

यह माटी मिलावटी है! - मंजुल भारद्वाज यह माटी मिलावटी है  तत्काल उपयोगिता की क्षमता है  दीर्घकालीन क्षमता का क्षय है  द्वेष, नफ़रत सिंचित यह माटी अब प्रेम, ममत्व, बन्धुत्व नहीं जनती शत्रुता, हिंसा और वर्चस्ववाद को जन्मती है! यह माटी अब इतिहास नहीं लिखती  जो लिखा है  रचा है  बसा है  उसे विकृत कर  उजाड़ रही है! यह माटी अब अपना पुन: निर्माण नहीं करती  यह अब प्रकृति के चक्र को लांघ चुकी है  दुनिया की सबसे खूबसूरत थाती  अब प्लास्टिक बन चुकी है यह माटी! यह माटी अब रिश्ते नाते नहीं बनाती नहीं पालती  नहीं संवारती  यह माटी अब सिर्फ़ मतलब साधती है! यह माटी अब अपने रक्षक पैदा नहीं करती  मनुष्य को खाने वाले  नरभक्षी पैदा करती है  जो लीलते रहते हैं  अपनी जननी, राष्ट्र प्राकृतिक सम्पदा  समाज, संस्कृति को  विकराल, विक्षिप्त अंत तक!

सावन का वास्तविक इतिहास और सांस्कृतिक घोटाला

Image
अब तक आपलोगों ने सरकारों में घोटाले सुने होगें.. सरकारी दफ्तरों मे घोटाले सुने या देखे होगें. . ... लेकिन आज मै आपलोगों को सांस्कृतिक घोटाले, सांस्कृतिक चोरी के बारे मे बताउगां - शाक्य बीरेन्द्र मौर्य  भारत के लिखित इतिहास में भारत का प्राचीन धर्म बौद्ध धर्म है। जोकि जमीन के अन्दर और बाहर स्पष्ट देखा जा सकता है।  धरती के गर्भ से निकलने वाले अवशेष इस बात के प्रमाण हैं कि हमारा इतिहास कितना गौरवशाली था आज भी भारत के प्रचीन गावों नगरों के नामों में, मंगल गीतों में, लोक व्यवहार इत्यादि में तथागत बुद्ध के धम्म, की झलक दिखाई पडती है। बात जब इतिहास की हो रही है तो इतिहास के पन्नो पर लगी धूल को साफ करने पर चीजें काफी स्पष्ट दिखाई पडती हैं । सावन महीने पर पूर्व में संक्षिप्त में लिखा हूँ लेकिन आज विस्तार से  एतिहासिक तथ्यों के साथ अपनी बात रख रहा हूँ आपसे निवेदन है कि अपने अमूल्य समय में से 2 मिनट का समय निकालकर इस लेख को पूरा अवश्य पढें.. साथियों श्रमण वही है जो अकुशल को नष्ट करने के लिए श्रम करे, उसे श्रमण कहा जाता था/है। उन्ही श्रमण/श्रमणेर/भिक्षुओं के समूह/संघ को भिक्खु संघ के...

कच्चा मकान गिर जाने से दर दर की ठोकरे खाने पर मजबूर?

Image
क्या बड़े स्तर पर किया गया ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार .. विनोद कुमार कुशवाहा लखनऊ ।  सरोजनी नगर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कठिंगरा के मजरा ग्राम बेलवा ब्लॉक काकोरी में गरीब लाचार विधवा महिला सावित्री लोधी पत्नी स्व. गुरु प्रसाद लोधी का मिट्टी का बना कच्चा घर बारिश होने से पूरा घर गिर गया है। खुले आसमान में रहने पर मजबूर है.. दर दर की ठोकरे खाती रही किसी की नहीं पड़ी नजर.. वह चाहे ग्राम प्रधान हो, ग्राम सचिव हो, ब्लॉक ऑफीसर हो या फिर लेखपाल आदि जिम्मेदार अधिकारियों की नहीं पड़ती नजर... उनकी नजर सिर्फ जहां से कमाई हो सके वहीं पड़ती है । गरीब लाचार बेबस विधवा महिला सावित्री लोधी जैसे लोगों पर नहीं... आखिर क्यों ..?  क्या वह असहाय विधवा महिला समाज का हिस्सा नहीं है..? आखिर उस गरीब लाचार बेबस विधवा महिला को आवास क्यों नहीं दिया गया...? जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार लगातार गरीब असहाय लोगों को आवास देते हुए नजर आती है। लेकिन वही ग्राम पंचायत कठिंगरा के मजरा ग्राम  बेलवा में आखिर उस बेबस विधवा महिला को आवास क्यों नहीं दिया गया? आखिर क्यों ग्राम बेलवा में उत्तर प्रदेश सरकार...

आधी दुनिया का अस्तित्व!

 ज्ञान दर्शन  - मंजुल भारद्वाज  ज्ञान दर्शन  चैतन्य पराकाष्ठा है  ऐसी ऊंचाई अकेली होती है जैसे कैलाश पर्वत  जिस में विराजमान शिव  अकेले समाधिस्थ हैं  संसार में देवों के देव महादेव पूजनीय हैं  पर अनुकरणीय? संसार ज्ञान की दो बूंदों से काम चला लेता है जीवन यापन के लिए  अनिवार्य लगती हैं  एक बूंद  पेट कैसे भरा जाए में निपट जाती है दूसरी बूंद   कैसे भोगा जाए  में खप जाती है ! तीसरी बूंद जीवन दर्शन का  ज्ञान सूत्र है  जिसे संसार में विरले मनुष्य ही  साधते हैं ! संसार ज्ञानियों की कथा सुनता है  वो कथा वाचक के साथ  खड़ा होता है  उसकी भक्ति करता है  पर ज्ञान मणि को भूल जाता है जैसे तकनीक युग में  वैज्ञानिक नहीं  स्मार्ट फ़ोन बनाने वाले  तकनीशियन ज्यादा जाने जाते हैं! भोग,वासना,लिप्सा के हुनरमंद बाज़ार में बिकते हैं जनता उनको  नायक,महानायक मानती है  ज्ञानी लात खाते हैं  ज्ञान से पेट नहीं भरता के  तीर ताने हर पल  उनको घायल करते हैं  वो धीरे धीरे कै...

हमें आज सामाजिक आर्थिक और धार्मिक लड़ाई एक साथ लड़नी है -JAP

Image
जन अधिकार पार्टी के विधानसभा सरोजिनी नगर का गठन संपन्न.. सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक लड़ाई एक साथ लड़ने की आवश्यकता है -अजय कुमार मौर्य लेखराम मौर्य  लखनऊ। जन अधिकार पार्टी सरोजिनी नगर विधानसभा की एक महत्वपूर्ण बैठक  निलमथा में संपन्न हुई जिसमें सरोजिनी नगर विधानसभा के गठन की करवाई संपन्न हो गई आज पार्टी के सभी पदाधिकारी का गठन कर उनको मनोनीत पत्र प्रदान किए गए।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय कुमार मौर्य ने कहा कि हमें आज सामाजिक आर्थिक और धार्मिक लड़ाई एक साथ लड़नी है तभी हम अपनी आने वाली पीढी का भविष्य तय कर पाएंगे।  उन्होंने कहा कि संगठन में जो शक्ति है उसका लाभ हम जन अधिकार पार्टी को मजबूत करके आने वाले समय में उठा सकते हैं।  इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने नो नियुक्त पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र वितरित किए जिसमे जिला उपाध्यक्ष युगुल सिंह कुशवाहा जिला सचिव अजय कुमार के अलावा सरोजिनी नगर विधानसभा के वशिष्ठ सिंह कुशवाहा को संरक्षक, परमात्मा प्रसाद मौर्य को सलाहकार, जगमाल सिंह को महासचिव,  चंद्रभान सिंह को संगठन मंत्री, राम प्रवेश ...

कार्यकर्ता मेरा धन है, मैं उनका सम्मान करता हूँ- जमुना प्रसाद कुशवाहा

Image
केंद्रीय थोक उपभोक्ता सहकारी समिति लि. संचालक मंडल की बोर्ड बैठक सम्पन्न उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष का हुआ स्वागत व सम्मान झाँसी। शुक्रवार को केंद्रीय थोक उपभोक्ता सहकारी समिति लि. संचालक मंडल की बोर्ड बैठक सभापति विकास कुशवाहा की अध्यक्षता में एंबिएंस होटल पर आयोजित की गई।  बोर्ड बैठक में समिति सचिव ओमप्रकाश चौरसिया ने पिछली कार्य योजना को पढ़ कर सुनाया। जिस पर विचार विमर्श किया गया। और नई कार्ययोजना सर्व सम्मति से तैयार की गई। बैठक में कार्ययोजना के 7 बिंदुओं पर चर्चा हुई।  बैठक में भाजपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा को उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ अध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बनाये जाने पर हर्ष व्यक्त कर उनका फूलमाला पहिनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर भव्य एवं आत्मीय स्वागत किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि कार्यकर्ता मेरा धन है।  मैं अपने कार्यकर्ता का सम्मान करता हूँ।  उन्होंने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आपके बीच 5 साल भाजपा जिलाध्यक्ष रहने का मौका मिला। और आप लोगों के बीच रहकर सेवा की।  ...

उम्मीद का आत्मिक सौन्दर्य है चाँद!

उम्मीद का आत्मिक सौन्दर्य है चाँद! मंजुल भारद्वाज   रात का हम सफ़र है चाँद अँधेरे में जला चराग़ है चाँद ! रात की गोद में खेलता  हौंसला है चाँद ! पारम्परिक प्रकाश बिंब के बरक्स  प्रतिकूल हालात में मन का राज़दार वफ़ा ऐ नूर से रोशन    उम्मीद का आत्मिक   सौन्दर्य है चाँद!

अपनी दिनचर्या में योग का समावेश करें -डॉ प्रतिभा

Image
संजय सिंह गोरखपुर। आज से  नौ वर्ष पहले मित्तल आई हॉस्पिटल बेतियाहाता का बीज माननीय योगी जी के कर कमलों द्वारा रोपित किया गया था।  हॉस्पिटल की 9वीं वर्षगांठ के अवसर पर माननीय महापौर डॉ मंगलेश कुमार श्रीवास्तव  के हाथों  *ड्राई* ( *DRYIE :diabetic Retinopathy Your Invisible Enemy ))* प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। डॉ मंगलेश ने कहा कि अक्सर मरीज अपने शुगर कंट्रोल के प्रति उदासीन होते हैं , जबकि बहुत ही साधारण दिनचर्या अपना कर डायबिटीज कंट्रोल की जा सकती है। इस मौके पर रेटीना स्पेशलिस्ट डॉ कीर्ति अग्रवाल ने बताया डायबिटिक रेटिनोपैथी आंखों का गंभीर रोग है जिससे पूरी तरह से बचा जा सकता है।  जब मरीज का रक्त शर्करा अनियंत्रित रहता है तब उसका प्रभाव आंखों पर भी पड़ता है , आंखों के पर्दे पर सूजन , खून के धब्बे इत्यादि समस्या हो जाती है , जिससे आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। डॉ अमित मित्तल ने कहा कि DRYIE (ड्राई) प्रोग्राम के तहत डायबिटिक रेटिनोपैथी मुक्त पूर्वांचल मुहिम चलाते हुए प्रत्येक गुरुवार मित्तल आई हॉस्पिटल पर निःशुल्क पर्दे की जांच की जाएगी और उचित सलाह दी जाएग...

कला ही मनुष्य को मनुष्य बनाती है!

'कलाकार’ अपने पेट की बजाए अपने ‘कलात्मक’ आलोक से आलौकित होते हैं ! कलाकारों का अर्थ उपार्जन और जीविका ! - मंजुल भारद्वाज  हर प्राणी को ब्रह्माण्ड में जीने के लिए ‘भोजन’ की आवश्यकता अनिवार्य है चाहे वो मिटटी हो, पानी हो, वनस्पति, मांस या अन्य धातु जिससे शरीर स्वस्थ रहे, पेट भरे और प्राणी जीवित रहे.  प्रकृति ने सभी प्राणियों के लिए पर्याप्त संसाधन मुहैया कराये हैं या उपलब्ध हैं . मनुष्य को छोड़ सभी प्राणी अपना भरण पोषण प्रकृति के अनुसार करते हैं या मनुष्य द्वारा स्थापित ‘व्यवस्था’ के अनुसार अपना भरण पोषण करते हैं . हाँ मनुष्य के जीवन यापन के लिए अर्थ सृजन की आवश्यकता होती है.  मनुष्य  सभ्य है, सभ्यता का निर्माण किया है, ‘व्यवस्था , सत्ता कायम की है  और हर ‘व्यवस्था’ के  जीवन यापन के सूत्र अलग अलग होते हैं या यूँ कहें कायदे कानून बने हुए है या सरकारें हर समय ‘रोज़गार’ शब्द के सप्तरंगी छतरी के नीचे लोक लुभावन सपने बिखेरती रहती है , हर व्यवस्था, सत्ता के यह प्रशासकीय हथकंडे और सूत्र होते हैं. मनुष्य जितना ‘सभ्य’ होता जा रहा है उसका ‘पेट’ अन्य प्राणियों के मुकाबले ...

पौधा लगाना पुण्य का कार्य है -धर्मवीर सोनी

Image
गोण्डा। कर अधिकारी धर्मवीर सोनी ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अनुकरणीय पहल करते हुए अपने क्षेत्र में लगभग 150 पौधों का रोपण कराया।  उन्होंने कहा कि "पौधा लगाना एक पुण्य का काम है। यह हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए एक अमूल्य पूंजी है।" धर्मवीर सोनी ने स्वस्थ जीवन के लिए शुद्ध वायु की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यदि हम चाहते हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और सशक्त रहे, तो हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि "शुद्ध वातावरण में ही शुद्ध मस्तिष्क का विकास होता है।" ऐसे प्रयास न केवल पर्यावरण की रक्षा करते हैं, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाते हैं।

आउटसोर्सिंग निगम का गठन कितना रहेगा कारगर?

सिर्फकुछ बाबूगिरी के चैनल बदल जायेंगे.. आउटसोर्सिग निगम वास्तव में एक भुलावा और छलावा? इससे कुछ भी बदलने वाला नहीं है.. उoप्रo सरकार की पूर्व घोषणा के अनुसार आउटसोर्स सेवा के लिए एक निगम बनाने के निर्णय को अमल में लाने हेतु मंजूरी मिल गई है।  प्रदेश की योगी सरकार का कहना है कि यह निगम इसलिए बनाया जा रहा है जिससे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का शोषण न हो सके और उनके श्रम अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा को संरक्षण मिल सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि यह निगम प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के साथ-साथ आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के जीवन में स्थायित्व और भरोसा सुनिश्चित करेगा।  अभी तक मौजूदा व्यवस्था में आउटसोर्सिंग एजेंसियों का चयन के माध्यम से लोगों को विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए प्रवेश दिया जाता है। चूंकि इन्हें वेतन देने, भविष्यनिधि और अन्य श्रमिक सुविधाओं के लिए उन कम्पनियों पर ही आश्रित रहना पड़ता था जिस कम्पनी को टेंडर मिलता था जो श्रमिकों की सप्लाई करती है। जिसके एवज में सरकार उसके खाते में प्रति व्यक्ति धनराशि ट्रांसफर करती है।  जब कम्पनी बदल जाती थी तो उसके ...

सब्जियों के बढ़े दाम बिगाड़ रहे रसोई का बजट

Image
बारिश के कहर से टमाटर हुआ 'लाल', करेला 'कड़वा',  मानसून की पहली बारिश ने जहां एक ओर गर्मी से राहत दिलाई है, वहीं दूसरी ओर इसने आम आदमी की जेब पर भारी बोझ डाल दिया है। लगातार हो रही वर्षा के कारण स्थानीय सब्जियों की पैदावार लगभग ठप पड़ गई है या फिर खराब हो चुकी है, जिससे मंडियों में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।  छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों से आने वाली सब्जियों पर निर्भरता बढ़ने के कारण कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे रसोई का बजट बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। टमाटर, भिंडी और करेला हुए महंगे- बाजार में सब्जियों की कीमतों में सबसे बड़ा उछाल टमाटर में देखने को मिला है।  जो टमाटर पिछले हफ्ते तक 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, अब वह 40 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है।  विशेषज्ञों का मानना है कि इसके फुटकर दाम में और तेजी आ सकती है। इसी तरह, भिंडी के दामों में भी जबरदस्त उछाल आया है। दो दिन पहले तक जिसे 20 रुपये किलो में कोई पूछने वाला नहीं था, वही भिंडी अब 30 रुपये से 35 रुपये प्रति किलो बिक रही है।  करेला भी 45 रुपये से 50 र...

जीवन सत्व है ‘बारिश’!

मंजुल भारद्वाज बारिश, बारिश और बारिश. काले काले मेघ. हवा की तरंगों पर झूमते मेघ. हवा अपनी मस्ती में झूमती हुई.मेघों को अपनी ताल पर नचाती हुई. हवा अपने होने का जश्न मनाती हुई.मेघों को अपने से लपेटे हुए,छलांगें मारते हुए. अपने संगीत का निर्माण करते हुए टप टप से लेकर झमाझम की ध्वनि तक.  एक एक बूंद धरती को छूकर अपना राग छेड़ती है,अपनी ध्वनि,अपने स्वर में स्वयं को अभिव्यक्त करती है. प्यासी धरती अपनी प्यास बुझाती है. तृप्त हो जाती है.तृप्त हो मदमाती हुई अपनी सृजन साधना में लीन हो जाती है. अपने सृजन से पूरी कायनात का भरण पोषण करती है.चारों ओर पेड़, पौधे, फूल पत्तियाँ जी भर कर स्नान करते हैं.बारिश के स्पर्श से दिन दोगुना फलते - फूलते हैं.चारों ओर जलमग्न धरती को देख प्राणी मन मल्हार गाता है. गर्मी से निजात पा अपना सुर संसार रचता है. बारिश मतलब स्पर्श,धरती का,वनस्पति का,शरीर का,मन का स्पर्श. सारी इन्द्रियाँ भीग जाती हैं. एक तरह से मुक्त हो जाती हैं. जैसे कहीं अटका कूड़ा करकट साफ़ हो गया हो.जैसे बहुत समय से मन में बसा मवाद बह गया हो. मन की ग्रन्थियां खुल गई हों ..धुलकर निर्मल हो गई हों. स्पर्श,स...

मिर्जापुर मेडिकल कॉलेज में व्याप्त भ्रष्टाचार

Image
मिर्जापुर मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार का खुलासा.. नेत्र सर्जरी टेबल की खरीद में 5.5 लाख रुपये का दुरुपयोग.. मिर्जापुर। मिर्जापुर के स्वायत्तशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज में सरकारी धन के दुरुपयोग का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। भैरो सिंह नेत्र चिकित्सालय के लिए एक नेत्र सर्जरी टेबल और स्टूल की खरीद में 5 लाख 50 हजार रुपये की अनियमितता का खुलासा हुआ है।  इस खरीद में लखनऊ की कंपनी स्मिथ मेडी केयर (32/038, वाल्मीकि मार्ग, लालबाग, लखनऊ, GSTIN: 09ACMES1600G1Z8) शामिल है, लेकिन बिल पर आवश्यक विवरण, जैसे कंपनी का नाम और संपर्क नंबर, गायब हैं, जो भ्रष्टाचार की ओर स्पष्ट इशारा करता है। खरीद में अनियमितता और संदिग्ध बिल स्मिथ मेडी केयर द्वारा जारी इनवॉइस (नंबर: SMC/25-26/30, दिनांक: 18 जून 2025) के अनुसार, एक नेत्र सर्जरी टेबल और स्टूल की खरीद 4,66,101.69 रुपये में की गई। इसमें 9% CGST (41,949.15 रुपये) और 9% SGST (41,949.15 रुपये) जोड़कर कुल कीमत 5,50,000 रुपये दर्शाई गई।  यह खरीद GEM पोर्टल (आर्डर नंबर: GEMC-511687765752825, दिनांक: 04 जून 2025) के माध्यम से की गई थी। हैरानी की बात य...

सड़कों पर भरा पानी, पंप महज़ दिखावे का साधन!

Image
लखनऊ नगर निगम जोन-4 की घोर लापरवाही  शिवांश पाण्डेय लखनऊ। नगर निगम जोन-4 के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में जल निकासी की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। खास तौर पर खरगपुर इलाके की सड़कों पर लगातार जलभराव की समस्या बनी हुई है, जबकि वहां पंप मशीनें तैनात हैं, लेकिन वो सिर्फ कागज़ों में चलती दिख रही हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नगर निगम द्वारा लगाए गए पंप सिर्फ औपचारिकता भर हैं। जमीनी स्तर पर न तो जल निकासी हो रही है और न ही पंप ऑपरेटर सक्रिय हैं। अधिकारियों की नज़रों में पंप ऑपरेटर केवल "नौटंकी" कर रहे हैं। नतीजा – बारिश के बाद गली-मोहल्लों में भरे पानी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहां है ज़िम्मेदार अधिकारी? बार-बार शिकायतों के बावजूद न तो जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं और न ही कोई ठोस कार्रवाई की जा रही है। जिससे साफ है कि नगर निगम का सिस्टम सिर्फ कागज़ों पर चल रहा है। जनता सवाल कर रही है: पंप लगने के बावजूद पानी की निकासी क्यों नहीं हो रही? पंप चालकों की जवाबदेही कौन तय करेगा? जोन-4 के अफसर निरीक्षण करने कब आएंगे? मांग: जनता और सामा...